रविवार, 29 जून 2008

कुछ इम्तिहान बाक़ी ...

कुछ इम्तिहान गुजरे कुछ इम्तिहान बाक़ी
इक आसमाँ के आगे सौ आसमान बाकी

सय्याद की नज़र है और बेख़बर परिंदा
ये कौन जानता है कितनी उड़ान बाक़ी

उंगली तराश डालो आँखें निकाल फेंको
दिल की लगी सुना लूँ छोड़ो ज़ुबान बाक़ी

दामन छुड़ा के हमसे मुड - मुड के देखते हैं
रिश्ता अजीब सा है कुछ दरमियान बाक़ी

अंजाम तिशनगी का 'तनहा' लबों का जलना
हैं उनकी तिशनगी के लब पर निशान बाक़ी

7 टिप्‍पणियां:

seema gupta ने कहा…

दामन छुड़ा के हमसे मुड - मुड के देखते हैं
रिश्ता अजीब सा है कुछ दरमियान बाक़ी

"beautiful"

" jndgee ka ek imthan abhee bakee hai, unse mulakat ka ek salam bakee hai"

Regards

श्रद्धा जैन ने कहा…

कुछ इम्तिहान गुजरे कुछ इम्तिहान बाक़ी
इक आसमाँ के आगे सौ आसमान बाकी

wah kya baat shuru ki

सय्याद की नज़र है और बेख़बर परिंदा
ये कौन जानता है कितनी उड़ान बाक़ी

kamaal hai sher

उंगली तराश डालो आँखें निकाल फेंको
दिल की लगी सुना लूँ छोड़ो ज़ुबान बाक़ी

ky abaat hai kya baat hai

दामन छुड़ा के हमसे मुड - मुड के देखते हैं
रिश्ता अजीब सा है कुछ दरमियान बाक़ी

bahut khoob bahut khoob

अंजाम तिशनगी का 'तनहा' लबों का जलना
हैं उनकी तिशनगी के लब पर निशान बाक़ी
kya baat hai
aaj se aapke kayal ho gaye
bus likhte jaaye aap likhte jaaye

Unknown ने कहा…

prmodji,

Like your blog. Do visit mine. http://johnpmathew.blogspot.com.

Which song did you write in "Gangster". I loved all the songs in the movie.

:)

J

अभिन्न ने कहा…

तनहा जी आप की शायरी से रु- ब-रु होने का सौभाग्य मिला,बहुत आन्नद मिला.
उम्मीद है और भी बहुत कुछ सुनने देखने को मिलेगा.

* મારી રચના * ने कहा…

tanhaji.... as usual... bahut hi umdaa likha hai apane....

Viral Savla ने कहा…

pramodji,
these words are so perfectly carved, i could almost see, wat u said..

पारुल "पुखराज" ने कहा…

दामन छुड़ा के हमसे मुड - मुड के देखते हैं
रिश्ता अजीब सा है कुछ दरमियान बाक़ी

अंजाम तिशनगी का 'तनहा' लबों का जलना
हैं उनकी तिशनगी के लब पर निशान बाक़ी

beautiful