बुधवार, 6 फ़रवरी 2008

करें तो करें क्या ...

तुम्हें भूल जाएँ ये मुमकिन नहीं है
तुम्हें याद रखने में रुसवाइयां हैं
करें तो करें क्या तुम्हीं कुछ बताओ
बड़ी मुश्किलों में ये तन्हाइयाँ हैं

- प्रमोद कुमार कुश 'तनहा'

1 टिप्पणी:

seema gupta ने कहा…

करें तो करें क्या तुम्हीं कुछ बताओ
बड़ी मुश्किलों में ये तन्हाइयाँ हैं
" wah wah bhut khub"

मेरी सांसों मे, इन आहों मे,
मेरी रातों मे, हर बातों मे,
मेरी आखों मे, इन ख्वाबों मे,
कुछ अपनों मे, कुछ सपनो मे ,

मुझे अपनी सी लगती क्यों है तन्हाई

Regards