शनिवार, 15 नवंबर 2008

हम चल दिए ...

हम चले हम चल दिए हम चल पड़े
आज फिर माथे पे उनके बल पड़े

नींद सहलाएगी माथा उम्र भर
आँख पे माँ का अगर आँचल पड़े

आज हम पे आ पड़ा है वक्त ये
आप की किस्मत में शायद कल पड़े

रुक गए मेरे कदम क्यों दफअतन
रास्ते कुछ दूर जो समतल पड़े

ख़त मिला बेटे का बूढ़े बाप को
बाप की आँखों से मोती ढ़ल पड़े

रात गुज़री किस तरह मत पूछिये
देखिये बिस्तर में कितने सल पड़े

इक तसव्वुर एक 'तनहा' रात थी
हर तरफ़ लाखों दिए क्यों जल पड़े

- प्रमोद कुमार कुश ' तनहा '

9 टिप्‍पणियां:

"अर्श" ने कहा…

मुझे खास कर गज़लें काफी लुभाती है ,और आपके ब्लॉग मुझे वही सब मिला ,मैंने आपकी कुछ गज़लें पढ़ी है बहोत मज़ा आया ,अभी और पढ़नी है ...
आपको ढेरो साधुवाद और बधाई ..आपका मेरे ब्लॉग पे बहोत स्वागत है ... उम्मीद है मुलाकात होगी ..

अर्श

seema gupta ने कहा…

नींद सहलाएगी माथा उम्र भर
आँख पे माँ का अगर आँचल पड़े
" read u after long time , these two lines ahve left a special impact on my heart. liked it too much.. or doston ko kabhee bhulaya nahee jata..."

Regards

* મારી રચના * ने कहा…

tanhaji...lambe arse ke baad bahut hi sundar rachna post ki hai aapne... likhte rhaiyega itni gujarish hai

Vinay ने कहा…

बहुत ख़ूब तन्हा साहब बहुत ख़ूब!

Haritha P Singh ने कहा…

siur really a nice writer

योगेन्द्र मौदगिल ने कहा…

वाह वाह सुंदर रचना के लिये बधाई स्वीकारें साधुवाद

Poonam Agrawal ने कहा…

nind sahlayegi matha umer bhar
aankh per maa ka arar anchal pade........
behud sunder bhav...sashakt kavita hai....aapki sabhi kavitayen mujhe behad pasand aayi....badhai...

Alpana Verma ने कहा…

इक तसव्वुर एक 'तनहा' रात थी
हर तरफ़ लाखों दिए क्यों जल पड़े'

sare hi sher bahut achchey hain.
yah khaas pasand aaya.

shama ने कहा…

Har pankti, har alfaaz itnaa khoobsoorat ke bayan karneke liye alfaaz nahee...mai nishabd hun...aur mugdh hun..." Har tarf itne diye kyon jal pade?"
Is "tanha"yeeke bayanme kitnee gehree tanhayee hai..!
Aapne mere blogpe ek kavita chhodee thee, behad sundar..maine use apnee daireeme likh liya hai aur kabhi kabhar aapka naam leke qadardaanoko sunatee hun..".....ik shamm jal uthee hai, ab andheronki khair nahee"" Maujonki toofanse ho gayee hai dostee,
belagme hai dariya, ab sahilonki khair nahee"! Shayad kuchh alfaaz ulat pulat diye hon to maafee chahtee hun!
Gar word verification hata den to ?